गुरु अंगददेव की जन्मतिथि आज, वैशाख माह की पंचमी तिथि पर हुआ था उनका जन्म

सिख समुदाय के द्वितीय सत-गुरु अंगद देव जी का जन्म पांच बैसाख संवत 1561 को गाव मत्ते की सराय जिला फिरोजपुर में हुआ था। अंगद देव जी को लहना नाम से भी जाना जाता है। गुरु अंगद देव जी के जन्मोत्सव को अंगद देव जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस बार उनकी जन्म तिथि 12 अप्रैल को मनाई जाएगी।


इस अवसर पर गुरुद्वारों में भव्य कार्यक्रम सहित गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ किया जाता है। माना जाता है कि गुरु अंगददेव जी ने गुरुमुखी यानी पंजाबी लिपि का आविष्कार किया। साथ ही गुरु नानकदेव की वाणी को लेखों के रूप में संजोए रखा। जात-पात से हटकर गुरु अंगद जी ने ही लंगर की प्रथा चलाई।